गंगा दशहरा(Ganga Dussehra) हिन्दू कलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। गंगा दशहरा का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा स्नान से मनुष्य के समस्त पाप धुल जाते हैं।
पुराणों के अनुसार, ऋषि भागीरथ के पूर्वजों की अस्तियों का विसर्जन करने के लिए बहते हुए निर्मल जल की आवश्यकता पड़ी। जिसके लिए उन्होंने कड़ी तपस्या की जिससे गंगा धरती पर प्रवाहित हो सके। लेकिन माँ गंगा का भाव तेज होने के कारण वह उनकी इस इच्छा को पूर्ण नहीं कर पाई। परन्तु उन्होंने कहा कि यदि भगवान शिव मुझे अपनी जटाओं में समाकर पृथ्वी पर मेरी धारा प्रवाह कर दें तो यह संभव हो सकता है।
माँ गंगा के कथन के अनुसार भगीरथ ऋषि ने भगवान शिव की तपस्या की और उनसे गंगा को अपनी जटाओं में समाहित करने के लिए प्रार्थना की। जिसके बाद भगवान ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से भगवान शिवजी की जटाओं में गंगा को प्रवाहित कर दिया फिर भगवान शिव ने गंगा की एक धारा पृथ्वी की ओर प्रवाहित कर दी। जिसके बाद भागीरथ ने अपने पूर्वजों की अस्थियों को विसर्जित कर उन्हें मुक्ति दिलाई।गंगा जी के इसी अवतरण दिवस को गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) के नाम से जाना जाता है। इस वर्ष गंगा दशहरा 20 जून, दिन रविवार को पड़ रहा है।
गंगा दशहरा(Ganga Dussehra) के दिन करें ये उपाय
गंगा दशहरा का शास्त्रों में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होने के कारण इसदिन किया गया उपाय सदा फल देने वाला होता हैं तो आईये मैं आपको बताता हूँ कौनसे हैं वो 12 उपाय जिनको करने से हर इच्छा पूर्ण होती हैं
- गंगा दशहरे के दिन शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करने से और विधिवत भगवान शिव और माँ गंगा की पूजा करने से हर इच्छा पूरी होती है।
- गंगा दशहरे के दिन रोगी या बीमार व्यक्ति को शिवलिंग पर चढ़ा हुआ गंगाजल पिलाने से वह जल्द ही स्वस्थ हो जाता है।
- गंगा दशहरे के दिन शुद्ध बिस्तर पर गंगाजल का छिड़काव करने से उसपर सोने वाले व्यक्ति को कभी भी बुरे सपने नहीं आते है।
- गंगा दशहरे के दिन घर में गंगाजल को पीतल के लोटे में रख दें और फिर फिर उसे लाल कपड़े से बांध दें ऐसा करने से बड़े से बड़ा कर्ज समाप्त हो जाता है और धन से जुड़ी सभी परेशानियों का अंत होता है।
- गंगा दशहरे के दिन घर में सवा सेर चूरमा बनाकर घर के सभी सदस्यों का हाथ लगाकर शिव मंदिर में दान करने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और पापों का क्षय होता है।
- गंगा दशहरे के दिन गंगा में या फिर घर में गंगाजल मिश्रित जल से स्नान करने से व्यक्ति के सभी पापों का क्षय होता है और अंत समय में मोक्ष की प्राप्ति होती है।
- गंगा दशहरे के दिन किसी भी मंदिर या किसी योग्य ब्राह्मण को 10 वस्तुएँ दान करनी चाहिए इससे व्यक्ति को पापों से मुक्ति मिल पुण्य की प्राप्ति होती है।
- गंगा दशहरे के दिन उपवास रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते है और ऐसे व्यक्ति पर माँ लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
- गंगा दशहरे के दिन से शुरूकर लगातार 11 दिन तक अपने घर में गंगाजल का छिड़काव करने से घर में वास्तुदोष दूर होता है।
- गंगा दशहरे के दिन 10 आम के फल किसी योग्य ब्राह्मण को दान करने से जीवन में भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है।
- गंगा दशहरे के दिन अपने पितरों के निमित्त कम से कम एक ब्राह्मण को भोजन अवश्य करवाना चाहिए इससे पितर प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद सदा बनाये रखते है।
- गंगा दशहरे के दिन घर में ईशान कोण या उत्तर दिशा में भगवान शिव की जटाओं से उतर रहीं देवी गंगा का चित्र लगाने से घर में कोई भी नकरात्मक शक्ति प्रवेश नहीं कर सकती और घर में रहने वाले सदस्य में सदा प्रेम बना रहता है।
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