जनमानस अपने तनाव को दूर करने और विभिन्न कार्यों में सकारात्मक परिणाम पाने के लिए विशिष्ट रत्न पहनना पसंद करते हैं। हालांकि, ज्योतिष शास्त्र में इसके कुछ नियम बताये गये हैं, जिसका पालन करने से इन रत्नो को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। जातक के लिए उचित रत्न की पहचान जन्म कुंडली में 5 वें और 9 वें स्थान के स्वामी को ध्यान में रख कर किया जाता है। उचित रत्न का उचित वजन और उचित धातु के साथ धारण करने से बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं।
ग्रह अनुसार उचित रत्न और उचित धातु
ग्रह | उचित रत्न | उचित धातु |
सूर्य |
माणिक्य (Ruby) | तांबा या सोना |
चंद्रमा |
मोती ( Pearl )
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चाँदी |
शनि |
नीलम (Blue Sapphire) | सोना या प्लैटिनम |
मंगल |
मूंगा (Coral)
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सोना या तांबा
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बुध
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पन्ना (Emerald)
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सोना
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बृहस्पति |
पुखराज (Yellow Saphire)
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सोना |
शुक्र |
हीरा (Diamond)
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चांदी
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राहु |
गोमेद (Hassonite)
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पंचधातु या अष्टधातु
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केतु |
लहसुनिया (Cats Eye)
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पंचधातु या अष्टधातु
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