वर्ष 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) ,हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के दिन यानी 19 नवंबर 2021, शुक्रवार के दिन लगने जा रहा है। ये आंशिक चंद्र ग्रहण होगा जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ इलाकों में दिखाई देगा। जानकारों की मानें तो ऐसा 580 साल बाद होगा जब इतना लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण देखा जाएगा। इससे पहले इतना लंबा चंद्रग्रहण 18 फरवरी 1440 में पड़ा था। जानिए उपच्छाया चंद्र ग्रहण का समय और राशियों पर प्रभाव।
चंद्र ग्रहण की तारीख और समय (Chandra Grahan 2021 Date And Time)
दिनांक : 19 नवंबर 2021
चन्द्रोदय : 05:32 PM
उपच्छाया चंद्र ग्रहण की शुरुआत : सुबह 11:34 बजे से होगी
उपच्छाया चंद्र ग्रहण की शुरुआत : शाम 05:33 बजे से होगी
उपच्छाया से पहला स्पर्श : 11:34 AM
प्रच्छाया से पहला स्पर्श : 12:50 PM
परमग्रास चन्द्र ग्रहण : 02:33 PM
प्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श : 04:17 PM
उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श : 05:33 PM
खण्डग्रास की अवधि : 03 घण्टे 26 मिनट
उपच्छाया की अवधि : 05 घण्टे 59 मिनट
चंद्र ग्रहण कहां देगा दिखाई?
चंद्र ग्रहण भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्रों अरुणाचल प्रदेश और असम में दिखाई देगा। इसके अलावा ये ग्रहण नेपाल, मॉरीशस, सिंगापुर, अटलांटिक महासागर, प्रशान्त महासागर, ऑस्ट्रेलिया, एशिया के पूर्वी भागों में, उत्तरी यूरोप, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका से दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव व उपाय (Chandra Grahan Effects)
मेष : मानसिक चिंता से परेशान रहेंगे और स्वास्थ्य में परेशानी रह सकती है। उपाय – श्री हनुमान जी का उपासना करें।
वृष : ग्रहण इसी राशि पर रहेगा अतः धन का आगमन लेकिन व्यय भी होगा और स्वास्थ्य सुख भी प्रभावित होगा। उपाय – हनुमान बाहुक का पाठ करें।
मिथुन : धन का आगमन हो सकता है परंतु स्वास्थ्य सुख में कमी रहेगी। उपाय – श्री सूक्त का पाठ करें।
कर्क : आर्थिक सुख में बाधा व मानसिक परेशानी ho सकती है। उपाय – भगवान शिव की उपासना करें।
सिंह : धन की प्राप्ति से ज्यादा व्यय की व्यवस्था बन जाएगी। उपाय – श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का पाठ करें। गेंहू का दान करें।
कन्या : धन की प्राप्ति हो सकती है परंतु स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। उपाय – श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करें।
तुला : धन की प्राप्ति होगी परंतु स्वास्थ्य सुख में कमी रह सकती है। उपाय – भगवान शिव की उपासना करें।
वृश्चिक : धार्मिक विचार बने रहेंगे और धन की प्राप्ति होगी। स्वास्थ्य पर खराब असर हो सकता है। उपाय – श्री सूक्त का पाठ करें।
धनु : धन का आगमन हो सकता है और धार्मिक यात्रा होगी। उपाय – श्री विष्णु उपासना करें और अन्न का दान करें।
मकर : आर्थिक परेशानी आ सकती है। स्वास्थ्य सुख में कमी रहेगी। भगवान शिव की पूजा करें। उपाय – तिल का दान करें।
कुंभ : धन की प्राप्ति लेकिन हेल्थ में दिक्कत आ सकती है। उपाय – कुशोदक से भगवान शिव का रूद्राभिषेक करें।
मीन : धन का आगमन होगा। धार्मिक यात्रा हो सकती है। उपाय – हनुमान बाहुक का पाठ करें और उड़द का दान करें।
हिन्दु धर्म और चन्द्र ग्रहण
हिन्दु धर्म में चन्द्रग्रहण एक महत्वपूर्ण धार्मिक घटना है जिसका धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। जो चन्द्रग्रहण नग्न आँखों से स्पष्ट दृष्टिगत न हो तो उस चन्द्रग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं होता है। मात्र उपच्छाया वाले चन्द्रग्रहण नग्न आँखों से दृष्टिगत नहीं होते हैं इसीलिये उनका पञ्चाङ्ग में समावेश नहीं होता है और कोई भी ग्रहण से सम्बन्धित कर्मकाण्ड नहीं किया जाता है। केवल प्रच्छाया वाले चन्द्रग्रहण, जो कि नग्न आँखों से दृष्टिगत होते हैं, धार्मिक कर्मकाण्डों के लिये विचारणीय होते हैं। सभी परम्परागत पञ्चाङ्ग केवल प्रच्छाया वाले चन्द्रग्रहण को ही सम्मिलित करते हैं।
यदि चन्द्रग्रहण आपके शहर में दर्शनीय नहीं हो परन्तु दूसरे देशों अथवा शहरों में दर्शनीय हो तो कोई भी ग्रहण से सम्बन्धित कर्मकाण्ड नहीं किया जाता है। लेकिन यदि मौसम की वजह से चन्द्रग्रहण दर्शनीय न हो तो ऐसी स्थिति में चन्द्रग्रहण के सूतक का अनुसरण किया जाता है और ग्रहण से सम्बन्धित सभी सावधानियों का पालन किया जाता है।
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