Mahashivratri 2022: देशभर में भगवान शिव की आराधना का पर्व महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वर्ष में एक बार आने वाली महाशिवरात्रि का इंतजार शिवभक्तों को पूरे वर्ष रहता है। इस पर्व को पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और इस दिन शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा नजर आता है। शिवभक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उपवास समेत कई उपाय करते हैं। ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि की पूजा अगर शुभ मुहूर्त में की जाए तो कई गुना फल प्राप्त होता है। इस बार महाशिवरात्रि के दिन विशेष योग भी बन रहा है और इस योग में पूजा करने से फल में वृद्धि होती है।
ज्योतिष के अनुसार इस वर्ष महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व यानि 28 फरवरी को सोम प्रदोष व्रत रहेगा। 1 मार्च को महाशिवरात्रि और 2 मार्च को अमावस्या का विशेष पूजन अनुष्ठान संपन्न होगा। इस बार महाशिवरात्रि पर पंचग्रही योग के साथ ही केदार योग का महासंयोग निर्मित हो रहा है। इस महासंयोग में की गई महादेव की आराधना पुण्यफलदायी और सर्वमनोरथ को पूर्ण करने वाली होगी।
पंच ग्रहों के योग का महासंयोग
सभी मनोरथों को पूर्ण करने वाला इस बार महाशिवरात्रि पर पंच ग्रहों के योग का महासंयोग और दो महाशुभ योग बन रहे हैं, मंगलवार को मकर राशि में शुक्र, मंगल, बुध, चंद्र, शनि के संयोग के साथ ही केदार योग भी बनेगा, जो पूजा उपासना के लिए विशेष कल्याणकारी है।
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महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022 (Mahashivratri 2022 )
दिनांक : 01 मार्च 2022
वार : मंगलवार
निशीथ काल पूजा मुहूर्त: रात्रि 12:08 ए एम से 12:08 ए एम तक
महाशिवरात्रि पारणा मुहूर्त : 02 मार्च 2022 को सुबह 06 बजकर 45 मिनट
कैसे करें महाशिवरात्रि की पूजा :- महाशिवरात्रि के दिन प्रातः स्नान आदि करें और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद पूजा आरंभ करें अगर उपवास ले रहे हैं तो नियमों का पूरी कठोरता के साथ पालन करें तभी फल की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही महाशिवरात्रि के व्रत का पारण भी विधि पूर्वक करना चाहिए। सूर्योदय और चतुर्दशी तिथि के अस्त होने के मध्य समय में ही व्रत का पारण कर लेना चाहिए।
हर प्रहर में होती है पूजा :- वैसे तो अधिकतर लोग महाशिवरात्रि की पूजा प्रातः करते हैं। लेकिन इस दिन चार बार भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। मान्यता है कि भोलेनाथ की पूजा अगर संभव हो तो रात के समय एक बार या फिर चार बार जरूर करनी चाहिए। इस दिन हर प्रहर में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की जाती है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Astrodeeva Portal किसी भी अंधविश्वास और इन तथ्यों की किसी प्रकार से कोई पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों पर अमल करने से पहले संबंधित ज्योतिषी, आचार्य तथा विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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