रत्न एक प्रकार के कीमती पत्थर होते है जो पृथ्वी पर पाए जाते हैं। वे खनिज आधारित चट्टानें या कार्बनिक क्रिस्टल होते हैं, जिन्हें पॉलिश और परिष्कृत किया जाता है और विभिन्न प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है। अधिकांश रत्न ठोस होते हैं, लेकिन कुछ नरम खनिज भी होते हैं। उनके भौतिक गुणों या उनके पास मौजूद चमक के अनुसार, वे या तो गहने या अन्य कलाकृतियों में उपयोग किए जाते हैं। कुछ रत्न बहुत कम उपलब्ध होते है इसके कारण ये बहुत मूल्यवान होते है। रत्न बनाने वाले को आमतौर पर लैपिडरी या मणि कटर कहा जाता है। ज्योतिषी इनके सकारात्मक प्रभाव के कारण और जातक के जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति को ध्यान में रख कर विभिन्न प्रभावों से निपटने के लिए लोगों को रत्न धारण करने की सलाह देते हैं।
रत्न और उनके प्रभाव
जनमानस अपने तनाव को दूर करने और विभिन्न कार्यों में सकारात्मक परिणाम पाने के लिए विशिष्ट रत्न पहनना पसंद करते हैं। हालांकि, ज्योतिष शास्त्र में इसके कुछ नियम बताये गये हैं, जीसका पालन करने से इन रत्नो को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। जातक के लिए उचित रत्न की पहनना जन्म कुंडली में 5 वें और 9 वें स्थान के स्वामी को ध्यान में रख कर किया जाता है। उचित रत्न का उचित वजन जो कि धारण करने वाले के वजन के अनुसार निर्धारित होता है बहुत मायने रखता है। हालांकि रत्न और रत्न का वजन निर्धारित करने से पहले ज्योतिष विशेषज्ञ और भी कई अन्य बातों का ध्यान रखते है।
रत्न जो अच्छे करियर की वृद्धि में सहायक होते है
इस स्पर्धा से भरी दुनिया में हर कोई एक अच्छे और संतोषजनक कैरियर की चाह रखता है और इस में कोई भी अड़चन जीवन के उसके उद्देश्य को बिगाड़ सकते हैं और जातक को मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। नीचे हम कुछ रत्न के बारे में बता रहे हैं जो की करियर की वृद्धि में मददगार हैं:
मूंगा (Red Coral)
मूंगा एक जैविक लकडी है जो समुद्र में प्राप्त होता है जिसे साफ-सफाई व पॉलिश कर तराशा जाता है, फिर उसे दो आकारो में तराशा जाता है, एक ओवल यानी केप्सूल साइज व दूसरा तिकोना मूंगा। ज्योतिषीय के अनुसार , लाल मूंगा मंगल (मंगल) ग्रह से जुड़ा हुआ है, जिसे जुनून के लिए भी जाना जाता है। यह धारण करने वाले की साहस और शक्ति को बढ़ाता है। पेट्रोल पंप, गैस ऐजन्सी, पहलवानी, सुरक्षा से संबंधित कार्य करने वाले, सेना, पुलिस, राजनीति, ईंट-भट्टे के कार्य, जमीन-प्रापर्टी से संबंधित कार्य, बिल्डर, बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर, खून की जांच, ब्लड से संबंधित लेबोरेटरी ये सभी कार्य मंगल के अन्तर्गत आते है। जो लोग इन कार्यो से जुड़े है उन्हें मूंगा धारण करने से करियर में वृद्धि प्राप्त होती है।
Also Read: शादी में हो रही है देरी तो अपनाए ये उपाय
पन्ना (Emerald)
पन्ना गहरे हरे रंग का रत्न होता है। यह बुध ग्रह (बुध) का प्रतिनिधित्व करता है, जो ज्ञान से संबंधित है। इसे मरकतमणि, हरितमणि, एमराल्ड (Emerald ), पांचू आदि नामों से जाना जाता है। हीरा और नीलम के बाद इसे तीसरा सबसे खूबसूरत रत्न कहा जाता है। पन्ना बेहद कीमती होता है। यह रत्न धारण करने वाले को अजेय बनता है और इसको पहनने वाला अक्सर खुले संचार, बुद्धिमान, स्मार्ट सोच और तेज दृष्टि का अनुभव करता है। जो जातक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है अथवा कानून के क्षेत्र में अपना करियर बना रहे है उनके लिए बहुत उपयोगी होता है। ज्योतिषी मानते हैं कि पन्ना बुधवार के दिन धारण करना चाहिए। पन्ना धारण करते समय मनुष्य को अपनी कुंडली में बुध की स्थिति पर भी ध्यान देना चाहिए। रत्न का वजन बेहद अहम होता है। कितने रत्ती का रत्न धारण करें, यह कुंडली का विश्लेषण कर सुनिश्चित करना चाहिए। गरुड पुराण में इसको परखने की विधि बताई गई है।
माणिक्य (Ruby)
माणिक्य अनेकों गुणों की खान है। यह धारणकर्ता की शत्रुओं से रक्षा करता है, व्यक्तित्व को निखार व कांति प्रदान करता है व बेहतरीन शारीरिक व मानसिक स्वास्थ प्रदान करता है। ज्योतिष शास्त्र में इसके अनेकों गुणों के बारे में बताया गया है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार यदि जन्मकुंडली में सूर्य की स्थिति ठीक न हो तो माणिक्य अवश्य धारण करना चाहिये, ऐसी स्थिति में ये अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है। इसके अलावा जिन व्यक्तियों का जन्म जुलाई माह में हुआ है उनके लिए भी इस रत्न को धारण करना उपयुक्त माना जाता है। यह पहनने वाले की आत्मा को नियंत्रित करता है। साहस और आत्मविश्वास स्थापित करके, यह लोगों को पहनने वाले की ओर आकर्षित करता है। राजनीति, व्यवसाय या नेतृत्व में शामिल लोगों को यह पत्थर पहनना चाहिए। यह अच्छे निर्णय लेने और दूसरों का ध्यान आकर्षित करने में मदद करके नेतृत्व की गुणवत्ता का आह्वान करता है। मान्यताओ के अनुसार जो व्यक्ति इसे धारण करता है उसके ऊपर संकट आने पर इसका रंग फीका हो जाता है और संकट टल जाने पर पुन: इसकी आभा लौट आती है। माणिक्य के विषय में यह भी मान्यता है कि यह जहर के प्रभाव को कम करता है एवं जहरीली चीज़ पास होने पर इसक रंग फीका पड़ जाता है।
सफेद ओपल (White Opal)
ओपल रत्न एक पारदर्शी रत्न है। ये मुख्यतः ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। ओपल रत्न कई रंगों में पाया जाता है लेकिन सबसे आम रंग है – सफेद, ग्रे, गुलाबी, सलेटी, जैतून ब्राउन, और काले हैं. ओपल रत्न ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय रत्न है। ओपल रत्न शुक्र ग्रह का रत्न है जो ज्योतिष के अनुसार रिश्तों की मज़बूती, सावधानी, रचनात्मक को उभारता है। ओपल रत्न पहनने से रिश्तों में एकता और संतुष्टि आती है। ओपल रत्न पहनने से व्यक्ति जीवन में आकर्षण, कला, दया, संस्कृति और विलासिता से भरा जीवन जीता है। ओपल रत्न उन जातकों को जो कपड़े, फैशन, गहने, कलाकृतियों, महंगी कारें आदि व्यापार करते है इन जातकों को ओपल रत्न पहनने या रखने से इन चीज़ों के व्यापार में लाभ होता है।
गोमेद (Hessonite)
हेसोनाइट या गोमेद एक उच्च चमक वाला रत्न है। गोमेद को अंग्रेजी में Agate, Hessonit, Onyx के नाम से जाना जाता है। संस्कृत में गोमद को गोमेदक, पीत रक्तमणि, पिग स्फटिक कहा गया है। सुलेमानी, हजार यामनी नाम से भी गोमद को जाना जाता है। गोमद को बंगाल में मोदित मणि के नाम से पुकारते हैं। ज्योतिष के अनुसार गोमेद राहु का मुख्य रत्न है। इस रत्न में राहु की शक्तियां एवं गुण मौजूद है। गोमेद राहु की नकारात्मक उर्जा को सकारत्मक उर्जा में परिवर्तित करके राहु के कष्टकारी प्रभाव से व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करता है। असली गोमेद को उसके रंग एवं चमक से पहचाना जा सकता है। गोमेद के ऊपर जब प्रकाश डाला जाता है जो उससे जो रोशनी पार करके निकली है उसका रंग गोमूत्र जैसा दिखता है। असली गोमेद की पहचान इस तरह आसानी से की जा सकती है। जो जातक प्रौद्योगिकी, पायलट, सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स और यांत्रिकी के क्षेत्र में कार्य या व्यापार करते हैं इन जातकों को गोमेद रत्न पहनने से लाभ होता है।
ये भी पढ़ें: घर में समृद्धि लानी हे तो लगायें ये पेड़ -पौधे
रत्न की भूमिका
रत्न दो लोगों के बीच सकारात्मक बातचीत को प्रेरित करते हैं, जिससे उन्हें एक लाभदायक सौदा करने में मदद मिलती है। आकार में सुंदर और आकर्षक, रत्न व्यक्ति के भीतर से किसी भी नकारात्मक ऊर्जा को जब्त करता है और उन्हें सफल बनने की दिशा में अग्रसर करता है।
ये सच है कि हर रत्न इस धरती पर मौजूद हर व्यक्ति को शोभा नहीं देता है। इसे पहनने के लिए ज्योतिष की सलाह अवश्य लेनी चाहिए। सर्वोत्तम परिणामों के लिए प्राकृतिक, अनुपचारित और प्रमाणित रत्न पहनना चहिये और अच्छे कर्म करते रहें ताकि रत्न पहनते समय उनका प्रभाव कम न हो।
आज की गतिशील दुनिया में, करियर के लिए उपयुक्त रत्न की तुलना में भाग्यशाली आकर्षण के रूप में और क्या माना जा सकता है, जो ज्योतिषीय और आध्यात्मिक रूप से हमें हमारे भाग्य और इच्छाओं को पूरा करने के लिए शक्ति और सफलता प्रदान करता है।
Discussion about this post